बरेली/शेरगढ़। ब्लाक शेरगढ़ की एएनएम,आशा संगिनी एवं आशा बहुओं का चार दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम सीएचसी में आरंभ हुआ जिसमें प्रशिक्षकों ने मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर की रोकथाम का मंत्र दिया।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ गजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित चार दिवसीय जागरूकता प्रशिक्षण में गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण,उनकी महत्वपूर्ण जांच,संस्थागत प्रसव,शीघ्र स्तनपान पर प्रकाश डाला गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ गजेंद्र सिंह ने कहा कि क्षेत्र वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में एएनएम,आशा संगिनी एवं आशा बहुओं की भूमिका सर्वाधिक रहती है ऐसे में उनका जागरूक रहना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने एएनएम,आशा संगिनी एवं आशा बहुओं को जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाते हुए क्षेत्र वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहयोगी की भूमिका निभाने पर जोर दिया।
यूनिसेफ के बीएमसी योगेश शर्मा ने कहा कि आशा संगिनी एएनएम एवं आशा बहुएं गांवों में भ्रमण के दौरान जन्म के 1 घंटे के अंदर शिशु को मां का दूध देने के लिए माताओं को प्रेरित करें। उन्होंने बच्चों का वजन,लंबाई की माप,टीकाकरण,शिशु की उचित देखभाल एवं पौष्टिक आहार पर विस्तृत चर्चा की। वहीं टीवी रोग की रोकथाम के लिए जांच करने के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति का गोल्डन कार्ड एवं आभा आईडी बनाने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य जीवन की आधारशिला है इसलिए प्रशिक्षण की बारीकियों को समझें और गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन करने में सहयोगी बनें।
कार्यक्रम में एएनएम उमेश चौहान, सलमा, मोनिका, किरन,संगिनी भावना गंगवार,कमलेश,सरिता,निर्दोष तथा आशा बहुएं प्रीति,सावित्री,सर्वेश,रेखा,चित्र रेखा,अर्चना तथा सरोज आदि समेत स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।